साऊथ के निर्देशक पं. रंजीत ने इस बार सुपर स्टार रजनीकांत के साथ फिल्म कबाली बनाई है. हर कोई साउथ सुपरस्टार रजनीकांत के इस नए गैंगस्टर अवतार को देखने के लिए बेकरार हो गया, इस फिल्म को तमिल के साथ हिंदी, तेलगु और मलयालम में भी डब करके रिलीज़ किया गया हैं, कबाली फिल्म में बार बार एक संवाद है बहुत खूब आइए जान लेते हैं कि आखिर यह फिल्म:बहुत खूब
बात करे कहानी की रजनीकांत मलेशिया में 'कबाली' के नाम से जानते हैं वह 25 साल बाद मलेशिया की जेल से रिहा होते हैं वह एक गैंगस्टार था , जिस कारन उसके कई दुश्मन थे , और उनके दुश्मन आज भी उन्हें खत्म करने की साजिश में लगे है, जेल से रिहा होने के बाद कबाली को फिर एक बार गैंगस्टार बनना पड़ता है, अब ४३ गैंग के सदस्य उन्हें ख़त्म करना चाहते हैं , कई बार कबाली पर हमला भी होता है पर हर बार दुश्मन के दांव पर भारी पड़ता है। हमेशा सूटबूट में रहनेवाला कबाली बिलकुल अकेला है, कबाली का अतीत बेहद खुशनुमा था वह पत्नी रूपा (राधिका आप्टे) के साथ उसकी ज़िन्दगी अच्छी गुजर रही थी, पर दुश्मनों ने उसकी रूपा और होने वाले बच्चे को खत्म कर दिया और उसे धोखे से जेल भिजवा दिया और अब वो 25 साल बाद मलेशिया से माफिया राज खत्म करने की ठान लेता है और इसी दौरान उसके भूतकाल के कुछ राज खुलते हैं, जिससे कबाली की जिंदगी में एक बार फिर खुशियां लौट आती हैं कहानी मलेशिया से लेकर भारत आती हैं और आखिरकार सुपर स्टार रजनीकांत की फिल्मों में नज़र आता हैं बहुत खूब...
बात कर स्क्रिप्ट की तो हम इस तरह की कहानी पहले भी कई बार देख चुके हैं , पर रजनीकांत हो तो उनकी मौजूदगी ही एक नया ट्रीट नज़र आता हैं इंटरवल के पहले फिल्म काफी कसी हुई नज़र आई. फिल्म बांध कर रखती है, लेकिन इंटरवल के बाद कहानी की गति बहुत धीमी हो जाती है और फिल्म बोरिंग लगने लगती है. मलेशिया के लोकेशन बेहतरीन हैं, सिनेमेटोग्राफी तो साऊथ की कमाल की होती ही हैं कबाली अगर थोड़ी छोटी होती तो हम भी कहते बहुत खूब
बात करते है अभिनय की रजनीकांत को यु ही नहीं कहा जाता सुपरस्टार वह अपने अलग अलग रूपों में फुल फॉर्म में नज़र आए, फिर बूढ़े डॉन के किरदार की बात करें या उनके फाइट करने के स्टाइल की या फिर उनके लुक्स की, वो लाजवाब दिखते हैं. वही राधिका आप्टे ने भी बहुत अच्छा अभिनय किया है हालांकि राधिका का रोल काफी कम था पर रजनीकांत जैसे सुपरस्टार की फिल्म में वे अपनी छाप छोड़ने में कामयाब नजर आती हैं साथ ही अन्य कलाकार दिनेश रवि, धंसिका के काम की भी तारीफ करनी होंगी ।
संगीत की बात करे तो डब फिल्मो का, संगीत अच्छा ही हैं म्यूजिक डायरेक्टर संतोष नारायण का संगीत हैं ।
आप रजनीकांत के फैन हैं तो आप भी बहुत खूब कहेंगे,
पुष्कर ओझा